
00 भाजपा पार्षद दल के व्दारा कांग्रेस के नपा उपाध्यक्ष के खिलाफ लाए अविश्वास प्रस्ताव में खाई मात,
00 भाजपा के पास 13 पार्षदों का पूर्ण बहुमत होने के बावजूद अविश्वास प्रस्ताव में खाई मात, 00 भाजपा के दो पार्षदों ने की क्रास वोटींग, अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 11 और विपक्ष में 9 मत पड़े,
खैरागढ़ :– नगर पालिका परिषद में गजब का खेल, भाजपा अपने ही पार्षदों से खाई मात,दो भाजपा पार्षदों के क्रास वोटिंग से बची कांग्रेस के रज्जाक खान की कुर्सी, गिरा अविश्वास प्रस्ताव।। कांग्रेस के नगर पालिका उपाध्यक्ष के विरुद्ध लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर शुक्रवार 31 जनवरी को हुआ फैसला।। सुबह 11 बजे चुनाव की प्रक्रिया शुरू हुई और 12 बजकर 15 मिनट को फैसला आ गया।। जिसमें भाजपा के लाए हुए अविश्वास प्रस्ताव गिर गया।। जो भाजपा के लिए चौंकाने वाला फैसला हुआ।। इस अविश्वास प्रस्ताव को गिराने के लिए भाजपा को 1 वोट की जरूरत थी, जिसके लिए वो कांग्रेस के7 पार्षदों में सेंधभारी करने में जुटी थी।। इसी कारण भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने यह मान लिया था कि भारत नगर पालिका में उपाध्यक्ष पद पर अपना कब्जा जमा लेगी।। लेकिन कांग्रेस की तिगड़ी मोर्चा बंदी और भाजपा के अपने से मात खाने के कारण उनका यह सपना चकनाचूर हो गया।। इससे पहले जिला भाजपा के पूर्व अध्यक्ष घम्मन साहू ने भी कहा था कि हमारे सभी पार्षद एक जुट हैं कांग्रेस के 2 से 3 पार्षद हमारे पक्ष में मतदान करेंगे।। लेकिन कांग्रेस संगठन के व्दारा बनाए गए प्रभारी विधायक प्रतिनिधि मनराखन देवांगन और अरूण भरतव्दाज ने भाजपा के अरमानों पर पानी फेर दिया।। इस अविश्वास प्रस्ताव के लिए बनाए गए पिठासिन अधिकारी एडीएम सुरेन्द्र सिंह ठाकुर ने जब फैसला सुनाया तो ऐसा नजारा देखने को मिला और चौंकाने वाला फैसला आया भाजपा के लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 11 और विरोध में 09 वोट पड़े, भाजपा के 13 पर्षदो में 2 पर्षदो ने क्रास वोटींग की।।
नगर पालिका परिषद में शुक्रवार 31 जनवरी को क्रास वोटिंग का अविश्वनीय खेल देखने को मिला।। कांग्रेस के उपाध्यक्ष अब्दुल रज्जाक खान के खिलाफ लाए गए,अविश्वास प्रस्ताव पर शुक्रवार को मतदान हुआ।। जिसमें दो भाजपा पार्षदों की क्रॉस वोटिंग के कारण रज्जाक खान की कुर्सी बच गई।।
बीते वर्ष नगरीय निकाय चुनाव में खैरागढ़ नगर पालिका परिषद में कांग्रेस की जीत के बाद शैलेंद्र वर्मा अध्यक्ष बने थे।। लेकिन प्रदेश में भाजपा की सरकार बनते ही उन्होंने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया।। इसके बाद भाजपा की गिरिजा चंद्राकर को अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी गई।।वहीं उपाध्यक्ष पद पर काबिज कांग्रेस पार्टी के रज्जाक खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया गया।।
खैरागढ़ नगर पालिका में वर्तमान स्थिति में भाजपा के 13 पार्षद और कांग्रेस के 7 पार्षद हैं।। शुक्रवार को हुए मतदान में इस प्रस्ताव को पारित कराने के लिए 14 पार्षदों के समर्थन की जरूरत थी, लेकिन अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में केवल 11 वोट पड़े, वहीं प्रस्ताव के विरोध में 9 वोट पड़े।। इस तरह से दो भाजपा पार्षदों की क्रास वोटिंग से रज्जाक खान की कुर्सी बच गई।।इस घटनाक्रम ने खैरागढ़ की राजनीति में सनसनी फैला दी है।। वो भी उस वक्त जब त्रिस्तरीय पंचायत व नगरिया निकाय चुनाव होने वाले हैं।।भाजपा के भीतर गुटबाजी और असंतोष की चर्चाएं तेज हो गई हैं।। कांग्रेस इसे अपनी जीत के रूप में देख रही है, जबकि भाजपा इस नतीजे से सकते में है।।अब देखना होगा कि इस सियासी उलटफेर के बाद नगर पालिका की राजनीति किस दिशा में जाती है।। इस फैसले से कांग्रेसीयो में खुशी का माहौल रहा और भाजपा खेमे में उदाशी देखने को मिला।।
यतेन्द्र जीत सिंह “छोटू”, पी न्यूज़ ब्यूरो चीफ, खैरागढ़ -छुईखदान-गंडई जिला।।09425566035,06264569376..