
“शास. टी.सी.एल. महाविद्यालय का सात दिवसीय विशेष शिविर सूर्यांश प्रांगण सिवनी (नैला) में संपन्न”
जांजगीर :– उक्त कथन राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय शिविर के समापन समारोह के दौरान जांजगीर-चांपा के विधायक व्यास कश्यप ने कही। उन्होंने राष्ट्रीय सेवा योजना के महत्व पर चर्चा करते हुए कहा कि स्वयंसेवकों को सामाजिक कार्य में अधिक से अधिक भागीदारी करना चाहिए। शासकीय टी.सी.एल. स्नातकोत्तर महाविद्यालय जांजगीर की राष्ट्रीय सेवा योजना का सात दिवसीय विशेष शिविर का आयोजन सूर्यांश इंटरनेशनल स्कूल सिवनी (नैला) में 15 नवंबर से 21 नवंबर 2024 तक किया गया था। शिविर में 52 स्वयं सेवकों एवं कर्मचारियों ने हिस्सा लिया।
शिविर के अंतिम दिन समापन समारोह के मुख्य अतिथि जांजगीर-चांपा के आदरणीय विधायक व्यास कश्यप थे। समापन समारोह की अध्यक्षता सूर्यांश शिक्षा उत्थान समिति के संरक्षक हरदेव टंडन ने किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में समिति के संरक्षक मोहरसाय खरसन, टी.सी.एल. महाविद्यालय के एन.सी.सी. अधिकारी डॉ. ईश्वरी बृजवासी सूर्यवंशी, प्रो. डॉ. आभा सिन्हा एवं डॉ. अभय सिन्हा मंचासीन थे। अतिथियों ने राष्ट्रीय सेवा योजना के माध्यम से व्यक्तित्व विकास एवं समाज सेवा पर बल दिया। शिविर के दौरान स्वयंसेवकों द्वारा प्रतिदिन प्रभात फेरी, योगाभ्यास, खेल, बौद्धिक चर्चा, ग्राम भ्रमण एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
समापन समारोह की अध्यक्षता कर रहे समिति के संरक्षक हरदेव टंडन ने स्वयं सेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि सूर्यांश विद्यापीठ एवं सूर्यांश इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियों के लिए निरंतर निःशुल्क मार्गदर्शन कक्षाओं का आयोजन किया जाता है जिसमें छत्तीसगढ़ राज्य लोक सेवा आयोग और व्यापम सहित विभिन्न प्रकार की परीक्षाएं सम्मिलित हैं। महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के महिला इकाई के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. पुष्पा सिंह ने शिविर जीवन के अनुभव पर अपने विचार साझा किया। टी.सी.एल. महाविद्यालय के एन.सी.सी. अधिकारी डॉ. ईश्वरी बृजवासी सूर्यवंशी ने स्वयं सेवकों को सफलतापूर्वक शिविर पूरा करने पर बधाई एवं शुभकामनाएं दिया। समापन समारोह में स्वागत भाषण टी.सी.एल. महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी प्रो. राजेश चन्द्रा ने दिया। महाविद्यालय के संस्कृत विभाग के अध्यक्ष प्रो. धनेश्वरी पटेल द्वारा उपस्थित अतिथियों का आभार व्यक्त किया।
इससे पूर्व शिविर के दूसरे दिन बिलासपुर के जिला कोषालय अधिकारी टी.सी. रत्नाकर, हरदेव टंडन, राजस्व निरीक्षक रामायण सूर्यवंशी, फिरत राम किरण, टी.सी.एल. महाविद्यालय से ओम प्रकाश सिंह एवं राजेश दुबे के द्वारा शिविर के थीम पर चर्चा की गई एवं भारत को युवा भारत बनाने में युवाओं की भूमिका पर प्रकाश डाला। शिविर के तीसरे दिन टी.सी.एल. महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. आर.के. पांडेय, ग्रंथपाल ओम प्रकाश सिंह, अतिथि प्राध्यापक गोकरण जोशी एवं महेंद्र प्रधान ने बौद्धिक परिचर्चा में स्वयं सेवकों को संबोधित किया। प्राचार्य पांडेय ने राष्ट्रीय सेवा योजना के लक्ष्य एवं महत्व पर प्रकाश डालते हुए संस्था, समाज एवं राष्ट्र के विकास में युवाओं की भूमिका पर प्रकाश डाला।
शिविर के चौथे दिन राष्ट्रीय सेवा योजना के जिला संगठक प्रो. बी. के. पटेल, ग्राम पंचायत पाली के सरपंच बसंत पटेल, महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. एम. आर. बंजारे, प्रो. माधुरी मिंज तिग्गा, प्रो. साधवानी का आगमन हुआ। जिला संगठक द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना से जुड़ने पर होने वाले लाभों के संबंध में विस्तार पूर्वक चर्चा की गई। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय सेवा योजना जीवन में हमें अनुशासन, व्यक्तित्व निर्माण, सहिष्णुता, सहनशीलता, सामंजस्य, समाज सेवा, राष्ट्र सेवा, नेतृत्व क्षमता आदि का विकास करने का अवसर प्रदान करता है। पाली सरपंच द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा किए जाने वाले कार्यों को देखकर अपने गांव में भी राष्ट्रीय सेवा योजना का शिविर लगाए जाने का आग्रह किया गया।
शिविर के पांचवें दिन यूनिसेफ के जिला समन्वयक विनोद साहू एवं विकासखंड समन्वयक नरेंद्र कश्यप ने यूनिसेफ की योजनाओं एवं “हसदेव के हीरो” कार्यक्रम के संबंध में स्वयं सेवकों को जानकारी प्रदान किया। महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. एम.एल. पाटले ने राष्ट्रीय सेवा योजना के माध्यम से अभिव्यक्ति के विकास के महत्व पर अपने विचार व्यक्त किया एवं प्रो. राम सेवक भगत ने स्वयं सेवकों के चरित्र विकास पर बल दिया। शिविर के छठवें दिन महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक एवं वाणिज्य विभाग के विभाग अध्यक्ष डॉ. एस.के. मधुकर ने राष्ट्रीय सेवा योजना में जोड़ने के बाद जीवन में क्या बदलाव होते हैं इस पर चर्चा किया गया। माइक्रोबायोलॉजी के विभाग अध्यक्ष डॉ. के.के. पटेल ने राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा स्वयंसेवकों के व्यक्तित्व विकास पर प्रकाश डाला गया। ओम प्रकाश सिंह ने डिजिटल साक्षरता के महत्व पर प्रकाश डाला। प्रो. राजेश दुबे ने कैरियर निर्माण में राष्ट्रीय सेवा योजना के योगदान की चर्चा की और विवेकानंद के जीवन से प्रेरणा लेने पर बल दिया। प्रो. आदेश प्रजापति ने राष्ट्रीय सेवा योजना के महत्व पर प्रकाश डाला। महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों द्वारा महिला एवं बाल अधिकार से संबंधित कानून एवं विभाग की योजनाओं के संबंध में जानकारी प्रदान की गई।
शासकीय जाज्वल्यदेव नवीन कन्या महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. हरप्रीत कौर ने कम्युनिकेशन स्किल की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए राष्ट्रीय सेवा योजना में कम्युनिकेशन स्किल के विकास की अपार संभावनाएं व्यक्त की। प्रो. कोमल शुक्ला ने राष्ट्रीय सेवा योजना के माध्यम से शासकीय योजनाओं के प्रचार प्रसार के संबंध में चर्चा की गई। प्रो. नीलेश मिश्रा ने स्वयंसेवकों को प्रतियोगी परीक्षाओं से संबंधित प्रेरणा देते हुए देशभक्ति गीत सुनाया गया।
शिविर आयोजन में कार्यक्रम अधिकारी के साथ महाविद्यालय की प्रो. धनेश्वरी पटेल, लैब टेक्नीशियन श्रीमती गीता जगत, ग्रंथालय सहायक कमलेश यादव एवं भृत्य सोनू यादव ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। इस अवसर पर गुप्तेश्वर आदिले, सूरज कश्यप, लकी फरिश्ता, समीर बघेल, शंकर हंसराज, प्रवीण हंसराज, विष्णु सारथी, पंकज वारे, आदि ने स्वयं सेवकों का नेतृत्व किया।