
देहरादून. चारधाम यात्रा का इंतजार खत्म हो चुका है. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार यानी 21 अप्रैल को योगनगरी ऋषिकेश से यात्रा का शुभारंभ किया. इस साल श्रद्धालुओं में यात्रा के लिए बढ़ता उत्साह देख तीर्थयात्रियों की सेहत का भी खास खयाल रखा जा रहा है. रास्ते में किसी श्रद्धालु को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों का सामना न करना पड़े, इसके लिए AIIMS ऋषिकेश डॉक्टरों को टेलीमेडिसिन की स्पेशल ट्रेनिंग दे रहा है. साथ ही अस्पताल की ओर से यात्रियों के लिए हाई एंबुलेंस की सुविधा भी शुरू करवाई जाएगी.
क्या है टेलीमेडिसिन?
पहाड़ी इलाकों में मेडिकल फैसिलिटी न मिलने के कारण डॉक्टरों द्वारा फोन पर ही गाइड किया जाता है. साथ ही मरीजों को उनकी शारीरिक गतिविधियों के बारे में भी जांच कर बताया जाता है. डॉक्टर जब वीडियो कॉल पर चिकित्सकीय जानकारी देता है, उसी को टेलीमेडिसिन कहते हैं. एम्स ऋषिकेश द्वारा डॉक्टरों को टेलीमेडिसिन की स्पेशल ट्रेनिंग दी जा रही है. हाई एल्टीट्यूड इलाकों में ऑक्सीजन लेवल कम होने के चलते श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. पहाड़ी इलाकों में ऊंचाई पर कई लोगों को हार्ट अटैक व अन्य गंभीर परेशानी न हो, इसलिए चारधाम यात्रा में टेलीमेडिसिन का इस्तेमाल किया जाएगा.
ऊंचाई वाले इलाकों में किन्हें होती है दिक्कत?
ऊंचाई वाले इलाकों में जाने के बाद सबसे ज्यादा जो समस्या देखी जाती है, वह ऑक्सीजन की होती है.ज्यादा ऊंचाई पर ऑक्सीजन लेवल सही मात्रा में न मिलने के कारण बहुत सी दिक्कतें होती हैं. हाई एल्टीट्यूड जोन में फेफड़ों और हार्ट के मरीजों को ज्यादा परेशानी हो सकती है. जिन लोगों को ऊंचाई से दिक्कत होती है, उन्हें भी ऊंचे इलाकों में परेशानी हो सकती है. गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों को परेशानी हो सकती है.
पहाड़ों पर चक्कर आने वाले वाले लोगों को भी मुश्किल हो सकती है. श्रद्धालुओं में इस तरह की समस्याओं में टेलीमेडिसिन की सुविधा बेहद कारगर साबित हो सकती है.
चारधाम यात्रा में श्रद्धालु इन बातों का रखें ख्याल
चारधाम यात्रा करने से पहले श्रद्धालुओं को दिक्कतों का सामना न करना पड़े, इसके लिए जरूरी है कुछ बातों का ध्यान रखना.
1. यात्रा से पहले सबसे अहम है आपका स्वस्थ होना. इसके लिए श्रद्धालु अपना हेल्थ चेकअप जरूर करवा लें.
2. यात्रा से पहले पर्याप्त नींद लेना आवश्यक है. वहीं जिन पड़ावों पर आप ठहर रहे हैं, वहां भी अपने शरीर को आराम के लिए पर्याप्त समय दीजिए ताकि बॉडी की थकान पूरी तरह मिट सके.
3. नशीली चीजों के सेवन से बचना चाहिए.
4. अगर चढ़ाई चढ़ते समय सांस फूले, तो जल्दी न करें और आराम से चलें.
5. अगर आप रेगुलर दवाइयों का प्रयोग करते हैं, तो यात्रा के दौरान अपनी दवाइयों का खास खयाल रखें. अपने साथ अतिरिक्त दवाइयां लेकर जाएं.