
खैरागढ़ :– आज के भाग दौड़ में जब किसी के पास समय नहीं है, तब सभ्यता और संस्कृति की बात करना भी निर्रथक लगता है।। लेकिन ऐसे में कुछ एक वर्ग बच जाता है,जिसने हर पल संस्कृति और सभ्यता को बचाने का बीड़ा उठा लिया हो,जिसमें साहित्यकार,कलाकार,पत्रकार जैसे दुर्लभ लोगों को उंगलियों में गिना जा सकता है।। इन्ही में से एक कलाकार किशोर शर्मा का भी नाम लिया जा सकता है।। किशोर नाम के ही अनुरूप है, इनके विचारों को जानकर अपने किशोरावस्था में डूब जायेंगे।। कबाड़ को जुगाड़ कर लोहे ,मेटल,से नृत्यांगना ,चक्का चलाता ग्रामीण, आदिवासी महिला, खेतिहर महिला, माँ बेटा जैसे दैनिक दिनचर्या पर बने स्कल्पचर टच इनके कार्य को जीवन्त कर देता है।। किशोर के काम मे संस्कृति की झलक दिखती है।।जब संस्कृति विलुप्त और धूमिल भी हो रही है।। तब किशोर शर्मा की कलाकृतियाँ सहज ही हर किसी को अपनी ओर खींच लेती है।।
कलाकार किशोर शर्मा मिडिल स्कूल बैहाटोला में नवाचारी प्रधानपाठक के रूप में कार्यरत हैं।। स्कूल में शून्य निवेश से नवाचार के लिये व अन्य गतिविधियों के लिये सम्मानित हुये हैं।। उन्होंने देश के अनेकों जगह कमीशन वर्क के अलावा देश व विदेश के गैलरियों में प्रदर्शनी लगाये हैं।।इनकी कलाकृतियां देश विदेश इटली ,फ्रांस, कनाडा, जापान,यूएसए,जर्मनी, रूस ,के अलावा भारतीय संसद भवन दिल्ली में संग्रहित है।। समाज सेवा, पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छता, नदी सफाई की दिशा में बराबर जुटे रहते हैं।। कलाकार के रूप में नई गतिविधियों में भागीदारी देते हैं।। बच्चों के लिये वर्कशॉप किये।। कलाशिक्षा को जन मानस तक पहुंचाने ,कलकत्ता,दिल्ली,बनारस,मुजफ्फरनगर जैसे बाजारों में कला प्रदर्शन किये।। वर्तमान में किशोर अपनी कला सबसे कठीन और कठोर माने जाने वाले कांस्य के माध्यम से अपनी भावना गढ़ते है और अब उनकी गिनती उन कलाकारों में होती है,जो संस्कृति को कला के जरिये बचाने की नित नये तरीकों का उपयोग करते हैं।।
छत्तीसगढ़ के शालाओं में बेगलेश डे की घोषणा- वैसे तो छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग के शालाओं में कला शिक्षक का पद नही है ।। लेकिन अपने हुनर को शाला में सृजनात्मक और कलात्मक गतिविधियों व्यक्तित्व विकास, रचनात्मक और आत्मविश्वास बढ़ाने अलगअलग गतिविधियां आयोजित करते रहते हैं ।।शाला में अलगअलग क्षेत्रों के विषय विशेषज्ञ को आमंत्रित करना।। व्यवसायिक शिक्षा के तहत स्कूल में बच्चों को कौशल विकास हेतु मिट्टी के गमला ,पेन स्टेण्ड, पेपर वेट आदि का निर्माण करना सहित कई कार्य कर रहे हैं।। बच्चों के बीच कला को परोस रहे हैं,ताकि बच्चों का आत्मविश्वास बढ़े और सोच विकसित हो ।। शिक्षा में नवाचार के जरिये नये आयाम हासिल करने में माहिर हैं।।अवसरों को बेहद सहज ढंग से उपयोग करते हैं।।इनके कला गतिविधियों का, मीडिया न्यूज, सोशल मीडिया से प्रभावित होकर योगेंद्र अध्यक्ष कला परिषद संस्कृति विभाग ,छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में चर्चा उपरांत छत्तीसगढ़ के शालाओं में बेगलेश डे घोषणा की गई थी ।। पुरस्कार की कतारों से इतर बच्चों को पुरस्कृत करना की इनका लक्ष्य है ।।
“शाला की उपलब्धि” माध्यमिक शाला बैहाटोला में अनेक राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के अतिथि आमंत्रित होकर बच्चों को प्रेरित कर चुके है,शाला अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय संगठन द्वारा सम्मानित हो चुका है ,इनके शाला का सीएम राइज शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल बोलेगांव लांजी द्वारा शैक्षणिक भ्रमण कराया गया है ,शाला से खेल, योग मे संभाग राज्य स्तर तक अपने हुनर का प्रदर्शन कर चुके है ,राष्ट्रीय छात्रवृत्ति के लिए चार बच्चों का एवं 1 का प्रयास विद्यालय बिलसपुर मे चयन हुआ है ।।वही जिला स्तरीय भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा मे प्रथम स्थान पर भूमिका यादव रही है।।
यतेन्द्र जीत सिंह “छोटू”, पी न्यूज़ ब्यूरो चीफ, खैरागढ़ -छुईखदान-गंडई जिला।।09425566035,06264569376..