
● कार्यक्रम में महिलाओं की बेबाक भागीदारी, गांव में नशा मुक्ति की ली शपथ
रायगढ़ :– पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल के दिशा-निर्देशन पर रायगढ़ जिले में जनसंवाद और अपराधों के विरुद्ध जागरूकता को लेकर लगातार प्रयास जारी हैं। इसी क्रम में जिले के सभी राजपत्रित अधिकारी एवं थाना प्रभारी प्रतिदिन गांवों में पुलिस जनचौपाल और चलित थाना लगाकर ग्रामीणों से सीधे संवाद स्थापित कर रहे हैं, उनकी समस्याएं सुनकर त्वरित समाधान की दिशा में पहल कर रहे हैं। इसी श्रंखला में शुक्रवार, 25 अप्रैल को धरमजयगढ़ थाना प्रभारी निरीक्षक कमला पुसाम ने ग्राम धूलियामुडा और लाखपतरा में जनचौपाल का आयोजन कर ग्रामीणों से आत्मीय संवाद स्थापित किया।
ग्रामवासियों, विशेषकर महिलाओं ने थाना प्रभारी से खुलकर बातचीत की और अपनी समस्याएं व शिकायतें साझा कीं। इस अवसर पर थाना प्रभारी कमला पुसाम ने महिलाओं से संवाद करते हुए महिला सुरक्षा, घरेलू हिंसा, पॉक्सो एक्ट, टोनही प्रताड़ना जैसे गंभीर सामाजिक मुद्दों पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि महिलाओं और बच्चों के विरुद्ध होने वाले अपराधों को कतई नजरअंदाज न करें और तत्काल पुलिस को सूचित करें। पॉक्सो एक्ट के अंतर्गत नाबालिगों के साथ होने वाले किसी भी प्रकार के शोषण पर कड़ी कार्रवाई का प्रावधान है, जिसकी जानकारी सभी को होना आवश्यक है।
चौपाल के दौरान साइबर अपराधों को लेकर भी ग्रामीणों को सतर्क किया गया। थाना प्रभारी ने बताया कि बैंक खातों की जानकारी, ओटीपी, एटीएम नंबर, लिंक आदि किसी के साथ साझा न करें। साथ ही ऑनलाइन ठगी और फर्जी कॉल से सावधान रहने की सलाह दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि पुलिस कभी किसी को कॉल कर पैसा नहीं मांगती और न ही ‘डिजिटल अरेस्ट’ जैसा कोई नियम अस्तित्व में है। इसके अलावा सोना-चांदी चमकाने या झाड़-फूंक के बहाने ठगी करने वाले घूमंतू ठग गिरोहों से सतर्क रहने की अपील की गई।
इस जनचौपाल के माध्यम से थाना प्रभारी ने न केवल ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं, बल्कि उन्हें अपराधों से सतर्क रहने, अपने अधिकारों के प्रति सजग होने और पुलिस को सहयोग देने के लिए भी प्रेरित किया। एसडीओपी धरमजयगढ़ सिद्धांत तिवारी के मार्गदर्शन में थाना क्षेत्र में लगातार भ्रमण और निगरानी की जा रही है ताकि अवैध गतिविधियों पर प्रभावी नियंत्रण रखा जा सके। इस दरम्यान लाइट चले जाने के बावजूद भारी संख्या में ग्रामीणों के साथ थाना स्टाफ भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि गांव में शराब और नशे की वजह से सामाजिक बुराइयां पनप रही हैं, जिससे युवाओं का भविष्य खराब हो रहा है। महिलाओं ने सामूहिक रूप से पुलिस को भरोसा दिलाया कि वे गांव में नशे के खिलाफ मोर्चा लेंगी और इस बुराई को खत्म करने में अपना योगदान देंगी। पुलिस की यह जनसंपर्क पहल ग्रामीणों में भरोसे की भावना को और मजबूत करने का कार्य कर रही है।